हिन्दी और मैं

Saturday, November 19, 2005

अच्छा लगा जब ...

अनुपम दूबे ने मुझे यह बताया कि एक गूगल ग्रुप 'चिट्ठाकार' पर लोगों ने मेरे हिन्दी के कार्य को सराहा। उसी से प्रेरणा लेकर हिन्दी में ब्‍लॉगिंग करने को प्रेरित हुआ। फलस्वरूप आपके सामने है हिन्दी का मेरा पहला ब्‍लॉग।

1 Comments:

Blogger Pratik Pandey said...

अभिनव जी, हिन्‍दी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है। आपने अभी तक यह नहीं बताया कि आपको अच्‍छा क्‍या लगा? आपकी प्रविष्टियों का इन्‍तज़ार रहेगा।

10:32 AM  

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